शुभारंभ और मुख्य अतिथि का स्वागत
उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र (एनसीजेडसीसी) का 39वां स्थापना दिवस भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ मंगलवार को मनाया गया। इस ऐतिहासिक अवसर पर मुख्य अतिथि सेवानिवृत्त आईएएस एवं पूर्व निदेशक जे.पी. राय ने दीप प्रज्वलन कर समारोह का शुभारंभ किया। सहायक निदेशक सुरेंद्र कश्यप ने मुख्य अतिथि को अंग वस्त्र और स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका सम्मान किया।

लोक कला और संस्कृति संरक्षण पर जोर
मुख्य अतिथि जे.पी. राय ने उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि यह संस्थान लोक कला, शास्त्रीय संगीत और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। आभासी माध्यम से जुड़े केंद्र के प्रभारी निदेशक आशिष गिरि ने भी केंद्र की विभिन्न उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।
महाकुंभ 2025 में कलाग्राम की सफलता
इस वर्ष का स्थापना दिवस और भी खास रहा क्योंकि प्रयागराज महाकुंभ 2025 के दौरान स्थापित कलाग्राम ने देशभर से आए कलाकारों को एक मंच प्रदान किया। इसकी सफलता को देखते हुए अन्य सांस्कृतिक केंद्रों में भी स्थायी कलाग्राम की स्थापना की जाएगी।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों की मनमोहक प्रस्तुतियां
स्थापना दिवस पर विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया:
- भजन गायन: मनोज गुप्ता और दल ने “हनुमान लला”, “माधव माधव भजो” और “राम गोविंद हरी” जैसे भजनों से समां बांधा।
- गणेश वंदना एवं सूफी गायन: साईं ब्रदर्स की “तू माने या ना माने दिलादारा” और “दमा दम मस्त कलंदर” प्रस्तुतियों ने खूब तालियां बटोरीं।
- पारंपरिक नृत्य: सुप्रिया सिंह रावत और दल ने “ढेड़िया नृत्य” और “पूर्वी नृत्य” की अद्भुत झलक प्रस्तुत की।
सम्मान समारोह और कार्यक्रम का समापन
समारोह के दौरान केंद्र के सेवानिवृत्त और कार्यरत अधिकारियों एवं कर्मचारियों को प्रमाण पत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए। कार्यक्रम प्रभारी मदन मोहन मणि ने सभी का आभार व्यक्त किया।
उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के 39वें स्थापना दिवस के इस भव्य आयोजन में नरेंद्र सिंह, अनूप बिहारी लाल श्रीवास्तव, कृष्ण मोहन द्विवेदी सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोग मौजूद रहे।
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