उत्तर मध्य रेलवे के 53 स्टेशनों का नवीनीकरण
अमृत भारत स्टेशन योजना से बदलाव की शुरुआत
अगस्त 2023 में प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई और फरवरी 2024 में आगे बढ़ाई गई अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत उत्तर मध्य रेलवे के 53 स्टेशनों का नवीनीकरण किया जा रहा है। यह योजना केवल यात्रा सुविधाओं को उन्नत करने तक सीमित नहीं है, बल्कि इन स्टेशनों को आर्थिक और शहरी विकास के केंद्र के रूप में विकसित करने का लक्ष्य है।

रेलवे स्टेशनों को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा, जिसमें यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए शॉपिंग मॉल, फूड कोर्ट, ऑफिस स्पेस और मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट सिस्टम जैसी सुविधाओं का समावेश किया जाएगा। ये स्टेशन न केवल यातायात केंद्र होंगे बल्कि अपने-अपने शहरों के हब और शहर का नया केंद्र बनेंगे।
प्रमुख 7 स्टेशनों का तेजी से पुनर्विकास:
उत्तर मध्य रेलवे के सात प्रमुख स्टेशनों को अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया जा रहा है:
1) प्रयागराज जंक्शन – ₹959.78 करोड़
2) कानपुर सेंट्रल – ₹766.91 करोड़
3) झांसी जंक्शन – ₹470.18 करोड़
4) ग्वालियर स्टेशन – ₹534.70 करोड़
5) खजुराहो स्टेशन – ₹217.97 करोड़
6) आगरा कैंट – योजना तैयार
7) मथुरा जंक्शन – योजना तैयार
कुल मिलाकर इन परियोजनाओं के लिए लगभग ₹2950 करोड़ की लागत स्वीकृत की गई है। पाँच स्टेशनों पर निर्माण कार्य तेजी से प्रगति पर है, जबकि आगरा और मथुरा के लिए विकास योजनाएँ तैयार की जा रही हैं।
स्टेशन का रूपांतर: एयरपोर्ट जैसा अनुभव
पुनर्विकास के तहत स्टेशनों का ढांचा और डिज़ाइन आधुनिक और भविष्य को ध्यान में रखते हुए तैयार किया जा रहा है। यात्रियों की सुविधा के लिए कई नई संरचनाएँ बनाई जाएंगी:
- फुट ओवर ब्रिज (FOB), लिफ्ट और एस्केलेटर
- ऊँचे प्लेटफॉर्म और बेहतर शेल्टर
- सुव्यवस्थित पार्किंग व्यवस्था और सर्विस रोड
- स्टेशन परिसरों का सौंदर्यीकरण और हरित क्षेत्र का विकास
स्टेशनों को एयरपोर्ट जैसा लुक और अनुभव देने के लिए बाहरी और आंतरिक क्षेत्रों का विस्तार और नवीनीकरण किया जा रहा है।
मास्टर प्लान और चरणबद्ध कार्यान्वयन
नवीनीकरण कार्य को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए मास्टर प्लान तैयार किए गए हैं। इन योजनाओं का उद्देश्य यात्री सुविधाओं में सुधार करना और स्टेशनों को आधुनिक परिवहन केंद्र बनाना है। इन सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है:
- प्रवेश और सर्कुलेशन एरिया का विस्तार
- नए प्रतीक्षालय, शौचालय और एग्जीक्यूटिव लाउंज का निर्माण
- मुफ्त वाई-फाई और डिजिटल सूचना बोर्ड
- ‘एक स्टेशन, एक उत्पाद‘ योजना के तहत स्थानीय उत्पादों के लिए कियोस्क
- दिव्यांगजन-अनुकूल सुविधाएँ
यह योजना स्टेशनों को दोनों तरफ के शहर क्षेत्रों से जोड़ने और भविष्य में इन्हें शहर केंद्र के रूप में विकसित करने का भी लक्ष्य रखती है।
सस्टेनेबल और पर्यावरण-अनुकूल समाधान
पर्यावरण-संरक्षण को ध्यान में रखते हुए पुनर्विकास कार्य में सतत और ग्रीन टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जा रहा है। बैलेस्ट-लेस ट्रैक और विद्युतिकरण के साथ रेलवे पर्यावरण के अनुकूल यात्रा को बढ़ावा दे रहा है।
रेलवे का विकास यात्रा
उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक उपेन्द्र चंद्र जोशी ने कहा, “भारतीय रेलवे, जो देश का मुख्य परिवहन साधन है, को हर संभव रूप से आधुनिक और सुविधाजनक बनाया जा रहा है। वंदे भारत और अमृत भारत जैसी नई ट्रेनों की शुरुआत से लेकर रेलवे मार्गों का विद्युतीकरण और स्वच्छता के प्रति जागरूकता के साथ रेलवे की यह ‘विकास यात्रा’ लगातार आगे बढ़ रही है।”
नया अनुभव और उज्ज्वल भविष्य
उत्तर मध्य रेलवे के नवीनीकरण से यात्री अनुभव में सुधार होगा, और यह योजना यात्रा के साथ-साथ व्यापार और आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देगी। आधुनिक डिज़ाइन और सुविधाओं के साथ ये स्टेशन न केवल यात्री सुविधाओं को बेहतर बनाएंगे बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी नई ऊँचाइयों पर ले जाएंगे।
निष्कर्ष:
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत उत्तर मध्य रेलवे के 53 स्टेशनों का नवीनीकरण भारतीय रेल के आधुनिकीकरण का प्रतीक है। ये स्टेशन भविष्य में शहर के हब के रूप में कार्य करेंगे और यात्रियों के लिए आधुनिक, सुगम और सुविधाजनक यात्रा का अनुभव प्रदान करेंगे।