अमित शाह ने IPS प्रोबेशनर्स से किया संवाद
नई दिल्ली: केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री Amit shah ने भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के 2023 बैच (76 RR) के प्रोबेशनर्स से 14 अक्टूबर 2024 को नई दिल्ली में संवाद किया। इस कार्यक्रम में प्रशिक्षु IPS अधिकारियों ने अपनी ट्रेनिंग के अनुभव साझा किए। कार्यक्रम में गृह सचिव, आसूचना ब्यूरो (IB) के निदेशक और सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी (SVPNPA) के निदेशक सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

Amit shah ने दी प्रेरणादायक सीख
अपने संबोधन में Amit shah ने कहा कि 2047 तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपनों का विकसित भारत एक ऐसा देश होगा, जो आतंकवाद और नशा मुक्त होगा तथा मानवाधिकारों और नागरिक अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा।
उन्होंने प्रोबेशनर्स से कहा कि इस बैच की जिम्मेदारी पिछले 75 बैचों से अधिक है। अधिकारियों को चिंतन करना चाहिए कि आने वाली पीढ़ी के लिए वे पुलिसिंग को कैसे एक नए स्तर पर ले जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि देश के भविष्य की पुलिसिंग में यह बैच और इसके बाद आने वाले अधिकारी अहम भूमिका निभाएंगे।
सीमाओं और आंतरिक सुरक्षा पर बोले Amit shah
गृह मंत्री Amit shah ने कहा, “आज सीमाओं की सुरक्षा इतनी मजबूत है कि किसी में सेना या देश की सीमाओं का अपमान करने की हिम्मत नहीं है।” उन्होंने बताया कि सरकार ने कश्मीर, पूर्वोत्तर और वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में 70% तक हिंसा में कमी लाने में सफलता पाई है। आज इन क्षेत्रों में भारतीय एजेंसियों का पूरा नियंत्रण है और अब लोग अपनी मांगें लोकतांत्रिक तरीके से रखते हैं, जिससे बड़े आंदोलनों का दौर खत्म हो चुका है।
नई तकनीक और कानूनों का महत्व
Amit shah ने बताया कि CCTNS (Crime and Criminal Tracking Network System) के जरिए देश के 99% थाने ऑनलाइन हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने तीन नए कानून लागू किए हैं, जिनमें तेज न्याय प्रक्रिया, दोष सिद्धि की दर बढ़ाने और वैज्ञानिक साक्ष्यों के उपयोग को प्राथमिकता दी गई है।
अब साइंटिफिक एविडेंस के आधार पर मामलों का निपटारा होगा, जिससे कोई अधिकारी समझौता भी कर ले तो वह कोर्ट में प्रभावी नहीं हो सकेगा। फॉरेंसिक साइंस लैब (FSL) की रिपोर्ट सीधे कोर्ट भेजी जाएगी।
शाह ने बताया कि नए कानूनों में ई-समन जैसी सुविधाएँ शामिल की गई हैं, जो भविष्य की 100 साल की तकनीक को ध्यान में रखकर तैयार की गई हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अगले 5 सालों में देश के हर थाने में नई तकनीक पूरी तरह से लागू कर दी जाएगी और FIR के बाद 3 साल के भीतर मामले का निपटारा सुनिश्चित किया जाएगा।
नागरिक अधिकारों की सुरक्षा पर विशेष जोर
गृह मंत्री Amit shah ने कहा कि राष्ट्र की सुरक्षा का मतलब सिर्फ सीमाओं की सुरक्षा नहीं है, बल्कि नागरिकों के अधिकारों की सुरक्षा भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारियों की यह जिम्मेदारी है कि गरीब से गरीब नागरिक को भी वही अधिकार मिले जो प्रधानमंत्री को प्राप्त हैं।
उन्होंने कहा, “पुलिस अधिकारियों को ध्यान रखना चाहिए कि गरीबों, महिलाओं और बच्चों के अधिकारों की रक्षा करना सबसे बड़ा काम है। जिस जिले में वे एसपी बनें, वहां के लोग उनके अच्छे कार्यों को वर्षों तक याद रखें, यही उनका सबसे बड़ा मेडल होगा।”
देश विरोधी गतिविधियों पर सख्त रुख
Amit shah ने कहा कि सभी युवा अधिकारियों को रुथलेस अप्रोच (निर्मम रुख) के साथ देश विरोधी गतिविधियों का अंत करना होगा। उन्होंने कहा, “पुलिस का काम करते समय राष्ट्र की सुरक्षा हमारे जहन में होनी चाहिए और हमारे चक्षु हमेशा खुले होने चाहिए।”
निष्कर्ष
इस संवाद के जरिए गृह मंत्री अमित शाह ने IPS प्रोबेशनर्स को न केवल प्रेरित किया, बल्कि उन्हें भविष्य की चुनौतियों और जिम्मेदारियों से भी अवगत कराया। उन्होंने जोर दिया कि नागरिक अधिकारों की सुरक्षा, तकनीक का उपयोग, और आतंरिक सुरक्षा को मजबूत करना उनकी प्राथमिकता होनी चाहिए।
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