महाकुंभ 2025 में सनातन बोर्ड के गठन की मांग, साधु संतों का दृढ़ संकल्प
महाकुंभ में सनातन बोर्ड के गठन की मांग, वक़्फ बोर्ड खत्म करने की अपील।
प्रयागराज महाकुंभ 2025 में साधु-संतों ने सनातन बोर्ड के गठन की मांग जोर-शोर से उठाई। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविन्द्र पुरी और प्रसिद्ध कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने सीएम योगी और पीएम मोदी से सनातन बोर्ड बनाने की अपील की है। उनका कहना है कि सनातन संस्कृति की रक्षा और मठ-मंदिरों की स्वतंत्रता के लिए यह बोर्ड अत्यंत आवश्यक है।

सीएम योगी और पीएम मोदी को बताया यज्ञ के मुख्य यजमान
प्रेस कॉन्फ्रेंस में साधु-संतों ने कहा कि सीएम योगी और पीएम मोदी इस महाकुंभ के मुख्य यजमान हैं। देवकीनंदन ठाकुर ने कहा, “बिना दक्षिणा यज्ञ अधूरा है। यजमान के रूप में हम योगी और मोदी से सनातन बोर्ड का गठन करने की दक्षिणा मांग रहे हैं।”
धर्म संसद में प्रस्ताव रखा जाएगा
27 जनवरी 2025 को सेक्टर-17 में आयोजित होने वाली धर्म संसद में सनातन बोर्ड के गठन का प्रस्ताव रखा जाएगा। देवकीनंदन ठाकुर ने सनातनियों से अपील की है कि सभी इस धर्म संसद में शामिल हों और इस मांग को मजबूती से उठाएं।
वक्फ बोर्ड खत्म करने की मांग
साधु-संतों ने वक्फ बोर्ड को पूरी तरह समाप्त करने की भी मांग की है। उनका कहना है कि वक्फ बोर्ड की तर्ज पर सनातन बोर्ड बनाया जाए, जो मठ-मंदिरों की सुरक्षा और संस्कृति के संवर्धन के लिए कार्य करेगा।
“सनातन संस्कृति को आज़ाद करना जरूरी”
देवकीनंदन ठाकुर ने कहा, “हमारी बहन-बेटियों को स्कूलों में नचाया जा रहा है। हमारी संस्कृति अभी भी पूरी तरह स्वतंत्र नहीं है। सनातन बोर्ड के गठन से हमारी परंपराओं और धर्म की सुरक्षा संभव हो सकेगी।”
दृढ़संकल्प के साथ साधु संतों का आवाहन
संतों ने स्पष्ट किया कि बिना सनातन बोर्ड के वे महाकुंभ से वापस नहीं लौटेंगे। उन्होंने सभी सनातनियों से 27 जनवरी को धर्म संसद में सम्मिलित होने और अपनी मांग मजबूती से रखने की अपील की है।
“सनातन धर्म की रक्षा के लिए हमें संगठित होना होगा और सनातन बोर्ड का गठन करना ही होगा,” देवकीनंदन ठाकुर ने कहा।
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