गुरु पूर्णिमा पर हुआ 'नटराज पूजन' और सम्मान समारोह
संस्कार भारती प्रयागराज महानगर ने गुरू पूर्णिमा के अवसर पर हिन्दुस्तानी एकेडेमी के गांधी सभागार में गुरू सम्मान कार्यक्रम 2025 का आयोजन किया। कार्यक्रम का शुभारंभ माननीय न्यायमूर्ति सुधीर नारायण ने नटराज की प्रतिमा पर पुष्प अर्पण और दीप प्रज्ज्वलन कर किया।

संगीत और साहित्य के गुरुओं को किया गया सम्मानित
कार्यक्रम में दो वरिष्ठ प्रतिभाओं को “गुरू गौरव सम्मान” से नवाजा गया:
नाम | क्षेत्र |
---|---|
कैलाशनाथ श्रीवास्तव | संगीत |
शिवराम उपाध्याय ‘मुकुल’ | साहित्य |
उन्हें अंगवस्त्र और पुष्पगुच्छ भेंट कर सम्मानित किया गया।
“इमरजेंसी” पुस्तक का विमोचन
इस अवसर पर वयोवृद्ध जनकवि प्रकाश की पुस्तक “इमरजेंसी” का विमोचन हुआ।
न्यायमूर्ति सुधीर नारायण ने कहा —
“यह पुस्तक आपातकाल के दौर का महत्वपूर्ण दस्तावेज है।”
डा. योगेन्द्र मिश्र ने इसे “आने वाली पीढ़ियों के लिए उपयोगी और शिक्षाप्रद” बताया।
कजरी और देवी गीतों ने बांधा समा
सावन के महीने को ध्यान में रखते हुए भव्य कजरी गायन प्रस्तुतियां भी दी गईं:
प्रस्तुति समूह | प्रस्तुत गीत |
---|---|
रागिनी चंद्रा और दल | ‘विंध्यवासिनी के डेरवा’, ‘हमरी ननदिया मेहंदीया’ |
रेखा गॉड (मिर्जापुर) | ‘मैया झूम झूम गावेली कजरिया’, ‘गोरिया काहे बरखा…’ |
संगत कलाकारों में –
- की-बोर्ड: शीबू चतुर्वेदी
- तबला: वरुण
- ढोलक: सागर वर्मा
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रों की शानदार प्रस्तुति
पंकज कुमार के निर्देशन में इलाहाबाद विश्वविद्यालय संगीत विभाग के छात्रों ने ‘झूला गीत’ गाकर श्रोताओं की सराहना प्राप्त की।
मुख्य अतिथियों और विशिष्ट जनों की उपस्थिति
इस मौके पर कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख नाम हैं:
- प्रेमलता मिश्रा (महिला प्रकोष्ठ संयोजिका)
- डा. वीरेन्द्र तिवारी
- रवीन्द्र कुशवाह
- मोहिनी, शरद श्रीवास्तव
- डा. सचिन, उदयचंद परदेसी
- केपी गिरि, मनोज गुप्ता आदि।
संस्कार भारती के अध्यक्ष और संयोजक का योगदान
डा. योगेन्द्र कुमार मिश्र, अध्यक्ष ने अतिथियों का शब्द-सुमनों से स्वागत किया और
विभव शंकर मिश्र, महामंत्री ने कार्यक्रम के अंत में आभार ज्ञापित किया।
कार्यक्रम का सफल संचालन संतोष पांडेय ने किया।
निष्कर्ष
“संस्कार भारती प्रयागराज गुरू सम्मान कार्यक्रम 2025” ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि परंपरा, प्रतिभा और संस्कृति जब एक मंच पर आती है, तो समाज में नई चेतना का संचार होता है। कला, संगीत और साहित्य के इन गुरुओं का सम्मान, नई पीढ़ी को अपनी जड़ों से जोड़ने की प्रेरणा देता है।
याद रखें:
https://updarshan.online/इस तरह की लेटेस्ट खबरों के लिए हमसे जुड़े रहे साथ ही हमारे इस News पोर्टल की नोटिफिकेशन को Allow करें, जिससे हमारी लेटेस्ट न्यूज़ की जानकारी आपको तत्काल मिल सके।
वेबसाइट: Updarshan.online
हमें ईमेल करें: help@updarshan.online
CakhiaTV buôn bán ma túy gây nghiện
fishing google and scam money users