विश्व हिंदू परिषद महाकुंभ सम्मेलन
विश्व हिंदू परिषद महाकुंभ सम्मेलन: विशेष कार्यक्रम की घोषणा
विश्व हिंदू परिषद के महामंत्री मिलिंद ने बताया कि महाकुंभ में इस बार कई प्रमुख कार्यक्रम आयोजित होंगे। संत सम्मेलन में 150 से अधिक संप्रदायों के संत, साध्वी और युवा संत भाग लेंगे।

गोवंश रक्षा और महिला सशक्तिकरण पर विशेष ध्यान
महाकुंभ सम्मेलन में गोवंश रक्षा, कुटुंब प्रबोधन और रोजगार जैसे विषयों पर विचार किया जाएगा। दुर्गा वाहिनी परिषद के माध्यम से उत्तर प्रदेश में महिला जागरूकता सम्मेलन आयोजित किया जाएगा।
आदिवासी क्षेत्रों और विदेशी प्रतिनिधियों की भागीदारी
आदिवासी और जनजातीय विस्तारों के साधु-संत स्नान के लिए आएंगे। साथ ही भारत और विदेशों से बौद्ध समाज के लामा और अन्य प्रतिनिधि भी इस आयोजन में शामिल होंगे।
मुख्य कार्यक्रम | विवरण |
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संत सम्मेलन | 150+ संप्रदायों के संतों की भागीदारी |
गोवंश रक्षा सम्मेलन | किसानों और गोवंश रक्षा पर चर्चा |
महिला जागरूकता कार्यक्रम | दुर्गा वाहिनी परिषद का बड़ा सम्मेलन |
विदेशी प्रतिनिधि बैठक | 30 देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे |
बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार: आक्रोश और समाधान की मांग
मिलिंद ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर ह्यूमन राइट्स की चुप्पी निंदनीय है। भारत सरकार से इस विषय पर ठोस कदम उठाने की मांग की गई।
आतंकवाद पर सतर्कता और विश्व हिंदू परिषद की भूमिका
मिलिंद ने कहा कि बांग्लादेश की स्थिति एशिया के लिए खतरनाक हो सकती है। भारत को सतर्क रहने और कठोर कदम उठाने की जरूरत है ताकि ऐसी शक्तियां भारत में पनप न सकें।
संगम पर विश्व हिंदू परिषद का विशेष शिविर
महाकुंभ में डेढ़ महीने तक विश्व हिंदू परिषद का सेवा शिविर चलेगा, जिसमें विभिन्न देशों के प्रतिनिधि और संत शामिल होंगे। यह कुंभ विश्व हिंदू परिषद के सेवा कार्यों का वैश्विक संगम साबित होगा।
निष्कर्ष:
विश्व हिंदू परिषद महाकुंभ सम्मेलन में सांस्कृतिक, धार्मिक और सामाजिक विषयों पर गहन चर्चा की जाएगी। गोवंश रक्षा, महिला जागरूकता और अंतर्राष्ट्रीय संतों की भागीदारी इस आयोजन को ऐतिहासिक बनाएगी।
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