Photo Credit By; Rohit Sharma
प्रयागराज: K.P ट्रस्ट के अध्यक्ष पद विवाद ने पकड़ा तूल
K.P ट्रस्ट के अध्यक्ष पद को लेकर चल रहे विवाद में सोमवार को नया मोड़ आ गया। पुनर मतगणना में विजय घोषित हुए चौधरी राघवेंद्र नाथ सिंह ने जहां कार्यभार संभाला, वहीं डॉ. सुशील सिन्हा ने कोर्ट के फैसले तक चार्ज न सौंपने का ऐलान किया।
एसडीएम सदर के फैसले पर सवाल
प्रेस क्लब में मीडिया से बातचीत के दौरान डॉ. सुशील सिन्हा ने कहा कि एसडीएम सदर के फैसले पर सवाल उठाते हुए उन्होंने उच्च न्यायालय में अपील की है। उन्होंने यह भी कहा कि मामला मंडल आयुक्त के समक्ष लंबित है।
“एसडीएम कोर्ट के फैसले के खिलाफ अपील करने के लिए 30 दिन का समय होता है। जब तक कोर्ट से फैसला नहीं आ जाता, तब तक मैं केपी ट्रस्ट का चार्ज नहीं सौंपूंगा।” – डॉ. सुशील सिन्हा
अनाधिकृत वोटों की संख्या पर सवाल
डॉ. सिन्हा ने मतगणना प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि पहले 55 वोट अनाधिकृत बताए गए थे, लेकिन पुनर मतगणना में इनकी संख्या 195 तक कैसे पहुंच गई?
बिंदु | पहली मतगणना | पुनर मतगणना |
---|---|---|
अनाधिकृत वोट | 55 | 195 |
मतदान प्रक्रिया | 2013 और 2018 के नियमों का पालन | भिन्न प्रक्रिया अपनाई गई |
बैलेट पेपर सुरक्षा | हलफनामे में भीड़ के सामने खुले बताए गए | विवादित स्थिति |
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उनके मतों पर अलग-अलग स्याही के दो टिक लगाए गए, जिससे उन्हें अनाधिकृत घोषित कर दिया गया।
एसडीएम द्वारा जल्दबाजी में पुनर मतगणना आदेश

डॉ. सिन्हा ने कहा कि एसडीएम अभिषेक सिंह ने 22 मार्च 2025 को रात 10:32 बजे आदेश जारी किया और इसे 23 मार्च की शाम 7:00 बजे अपलोड किया गया। हाईकोर्ट में रिट याचिका लंबित होने के बावजूद केवल 7 दिनों में पुनर मतगणना पूरी करा दी गई।
मानहानि का दावा करेंगे डॉ. सिन्हा
उन्होंने अपने ऊपर लगे सभी फर्जी आरोपों की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि वह मानहानि का दावा करेंगे।
“पूरी आम जनता जानती है कि मैंने सच का साथ दिया है। मैंने केपी ट्रस्ट से कुछ नहीं लिया, बल्कि इसकी उन्नति के लिए अपने स्वयं के धन का उपयोग किया है।” – डॉ. सुशील सिन्हा
सदस्यता शुल्क विवाद
डॉ. सिन्हा ने आरोप लगाया कि विपक्षी गुट ₹100 की सदस्यता शुल्क को चालू नहीं रखना चाहता और इसे बाधित करने के लिए लगातार विरोध कर रहा है।
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