निरंजनी अखाड़े की भव्य पेशवाई शाही अंदाज में छावनी में प्रवेश
निरंजनी अखाड़े की भव्य पेशवाई: एक नजर
महाकुंभ 2025 के दौरान प्रयागराज के कुंभ क्षेत्र में निरंजनी अखाड़े की भव्य पेशवाई बड़े ही शाही अंदाज में निकाली गई। हजारों साधु-संतों और नागा संन्यासियों ने हाथी, घोड़े और ऊंटों के साथ पारंपरिक ढंग से पेशवाई में भाग लिया। इस पेशवाई ने श्रद्धालुओं और स्थानीय निवासियों का ध्यान आकर्षित किया।

निरंजनी अखाड़े की भव्य पेशवाई की विशेष झलक
1. नगर देवता और नागा संन्यासियों का जुलूस
पेशवाई में सबसे आगे नगर देवता हनुमान जी की पालकी चल रही थी। इसके पीछे नागा संन्यासियों का समूह शाही अंदाज में हाथी, घोड़े और ऊंटों पर सवार होकर चल रहा था। नागा संन्यासी अपने करतब दिखाते हुए श्रद्धालुओं का मन मोह रहे थे।
2. भगवान कार्तिकेय की पालकी
निरंजनी अखाड़े के इष्टदेव भगवान कार्तिकेय की पालकी पैदल चल रहे साधु-संतों द्वारा उठाई गई। पालकी के साथ श्रद्धालुओं ने भी भगवान कार्तिकेय का जयकारा लगाया।
3. सांस्कृतिक झांकियां और लोक कलाकारों का प्रदर्शन
पेशवाई में सांस्कृतिक झांकियां और लोक कलाकारों ने परंपरागत नृत्य और संगीत प्रस्तुत किया। ये झांकियां श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बनीं।
मुख्य साधु-संतों की उपस्थिति
छावनी क्षेत्र में प्रवेश के दौरान अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी महाराज, महंत बलवीर गिरी महाराज, आचार्य महामंडलेश्वर कैलाश नंद महाराज, और महामंडलेश्वर बालकानंद महाराज सहित कई प्रमुख साधु-संतों ने फूलों की वर्षा कर पेशवाई का स्वागत किया।
निरंजनी अखाड़े की भव्य पेशवाई का आयोजन
विवरण | जानकारी |
---|---|
पेशवाई की तिथि | जनवरी 2025 |
मुख्य देवता | भगवान कार्तिकेय और हनुमान जी |
सांस्कृतिक झांकियां | लोक कलाकारों की विशेष प्रस्तुतियां |
भागीदारी | हजारों नागा साधु और साधु-संत |
निरंजनी अखाड़े की भव्य पेशवाई: श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र
इस भव्य पेशवाई ने महाकुंभ की परंपराओं को जीवंत किया और श्रद्धालुओं के दिलों में भक्ति का संचार किया। लोक कलाकारों, झांकियों और नागा संन्यासियों की उपस्थिति ने इसे एक ऐतिहासिक आयोजन बना दिया।
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